Surya Grahan 2026: सूर्य ग्रहण खगोली घटना है। जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आता है तो सूर्य की रोशनी को पूर्ण या कई बार आंशिक रूप से ढक लेता है। Surya Grahan जिसे सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण कहते है। साल 2016 में कुल सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना घटेगी। बता दें कि 2026 में कुल दो सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना घटेगी। इस ग्रहण में एक आशिक और एक पूर्ण ग्रहण होगा।
2026 में दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। जिसमें 17 फरवरी 2026 को पहला गोल सूर्य ग्रहण लगेगा। जिसका समय करीब 12 बजकर 13 मिनट पर लगने की संभावना है। 17 फरवरी को सूर्य ग्रहण अंगूठी के आकार में दिखाई देगा।

12 अगस्त 2026 को सूर्य ग्रहण
दूसरा सूर्य ग्रहण 12 अगस्त 2026 को लगेगा। वहीं स्थानीय समय क्षेत्र के मुताबिक सूर्य ग्रहण अलग-अलग समय क्षेत्र पर दिखाई देगा। उत्तरी अटलांटिक और यूरोप में पूर्ण सूर्य ग्रहण शाम 5 से 6 बजे के करीब दिखाई देगा। पूर्ण रूप से आइसलैंड, ग्रीनलैंड, उत्तरी स्पेन और आंशिक रूप से कई देशों में दिखाई देगा.
कितने प्रकार के होते है सूर्य ग्रहण
1- जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से कवर कर लेता है, और दिन में अंधेरा छा जाता है।
2-सौरजक ग्रहण तब लगता है, जब चंद्रमा सूर्य के मध्य आता है लेकिन चंद्रमा का आकार छोटा होने के कारण सूर्य का किनारा किसी छोटे गोले के आकार लगता है।
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