Lunar Eclipse 2025: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लागने जा रहा हैं। जो साल 2022 के बाद से सबसे लंबा पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिषीयों का माना जाऐ तो यहां ग्रहण कुंभ राशि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में पड़ता हैं। आइए जानते है समय और कहां-कहां दिखेगा ये चंद्र ग्रहण…
क्यों लगता है चंद्रग्रहण ?
आपको बता दें कि जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रमा धुंधला या लाल दिखाई देने लगता है। यह चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा (पूर्ण चंद्र) की रात को ही होता है, जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होता हैं। इसे धार्मिक रूप से अशुभ माना जाता है, क्योंकि इस समय राहु-केतु नेगेटिविटी होते है, इससे देवताओं की शक्ति कम हो जाती है, जिससे पूजा-पाठ करना माना होता है और इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद रहते हैं। इसमें 9 घंटे पहले ही सूतक काल शूरू हो जाएगा।

कब और कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
ज्योतिषाचार्य ने कहां है कि इस बार का चंद्रग्रहण 7 सितंबर रविवार को रात 09:50 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 01:30 मिनट पर होगा। ये चंद्र ग्रहण एकदम लाल दिखेगा, जिसे ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता हैं। जो भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद और चंडीगढ़ आदि राज्यों में दिखेगा। इसके साथ ये यूरोप, एशिया, अफ्रीका, रूस, चीन, जापान, अटलांटिक, पेसिफिक पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी देखने को मिलेगा।
क्यों करते है चंद्रग्रहण में दान
ऐसा माना जाता हैं कि चंद्र ग्रहण के बाद दान करने से धन-समृद्धि और सुख-शांति मिलती है, क्योंकि इस दौरान राहु और चंद्र के छल को कम करने के लिए दान-पुण्य को एक अच्छा उपाय माना जाता है। दान करने से घर कि स्थिति मजबूत होती है। समस्याओं से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। चंद्र ग्रहण के दौरान और बाद में दान करने के लिए सफेद रंग की वस्तुएं शुभ मानी जाती हैं, जैसे चावल, दूध, चीनी, सफेद मिठाई, सफेद कपड़ा और मोती आदि। इसके अलावा आप चांदी की वस्तुएं और सफेद फूल भी दान कर सकते है। ये दान अपके चंद्रमा को मजबूत करता हैं।
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