Goontru Goon: सभी चिड़ियों की वजह कुछ न कुछ कहती हैं। वहीं कुछ सकेंत भी देते है। वहीं कबूतरों के गूटर गूं से मिलने वाले संकेतों के बारे में बताया गया हैं।
वहीं कबूतर की गूटर गूं से शुभ और अशुभ दोनो तरह के संकेतों का पता चलता हैं। इतना ही नहीं कबूतर की आवाज से भविष्य में क्या घटनाएं होने वाली है इसको भी जाना जा सकता है। इन संकेतों को पहचान कर बुरी घटनाओं से सतर्क भी रहा जा सकता है। आइए जानते है शुभ अशुभ सकेंत…
मां लक्ष्मी का सहयोगी है कबूतर
कबूतर को सौदर्य की देवी और कामदेव की पत्नी रति का वाहन माना जाता है और शास्त्रों में मान्यता है कि अमरनाथ गुफा के संदर्भ में कबूतरों को शिव-पार्वती के प्रतीक के रूप में देखा जाता है इतना ही नहीं इसके अलावा कबूतर को मां लक्ष्मी के भक्त या सहयोगी के रूप में भी देखा जाता है।

अक्सर देखा जाता है कि कई घरों में कबूतरों का आना-जाना लगा रहता है और उनकी गूटर गूं सूनने को मिलती है। शकुन शास्त्र के मुताबिक, कबूतरों की गूटर गूं सुनाई दे तो यह अच्छा संकेत है। कबूतरों की सुबह की आवाज लाभ होने की संभावना रहती है।
सुबह के समय कबूतर की आवाज यानी गूटर गूं बहुत शुभ होती है। लेकिन कबूतर का गुटर गूं चौथे प्रहर में कबूतर का गुटर गूं करना अच्छा नहीं माना जाता हैं। ये अशुभता या किसी में हानि का संकेत हो सकता हैं।

कबूतर इस ग्रह के लिए है शुभ
अगर कबूतरों का आपके घर पर आना-जाना लगा रहता है तो यह घर के लिए शुभ माना जाता है। घर पर कबूतर के आने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इसलिए इन्हें दाना जरूर खिलाएं कबूतर को दाना देने से गुरु और बुध ग्रह से भी शुभ फल मिलते हैं।
शकुन शास्त्र कहता है कि कबूतरों का घर आना शुभ होता है, लेकिन कबूतर अगर घर पर घोंसला बनाना अशुभ माना जाता है। घर पर कबूतरों का घोंसला बनाना दुर्भाग्य का कारण बन सकता है कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।
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