World Environment Helth Day: September 2025: संपूर्ण ब्रह्मांड पृथ्वी आकाश सूरज, चाँद, तारे पर्वत और नदियाँ, समस्त सजीव और निर्जीव प्राणी पेड़ पौधे प्रकृति से संबध रखते है। प्रकृति से प्राप्त होने वाले पचं तत्व सभी प्राणियों के साथ पेड़ पौधों के भी लिये बेहद जरुरी होते है। जबकि पर्यावरण में स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल और जैवमंडल आदि शामिल है पर्यावरण का स्वास्थ्य मानव जीवन के स्वास्थ्य से गहरा संबध रखता है। 26 सितम्बर को संपूर्ण विश्व में पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस के रुप में मनाया जा रहा है इसकी शुरुआत अतर्राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य महासंघ द्वारा 2011 में की गई थी इसका प्रमुख उद्देश्य यह भी है कि जिस पर्यावरण के प्रभावित होने से समस्त प्राणियों का स्वास्थ्य भी प्रभावित होने लगता है उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है।
मानव जीवन की समस्त क्रियायें जल पर है, निर्भर
जल, वायु, प्लास्टिक प्रदूषण एंव जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये मददगार साबित होता है। जल जीवन का महत्वपूर्ण अंश है जल के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है मानव जीवन की समस्त क्रियायें जल पर ही निर्भर करती है जन्म से लेकर जीवन के अंतिम क्षण के उपरान्त भी यह उपयोगी तत्व है।

ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से निर्मित जल व्यक्ति एवं समस्त पेड़ पौधों और प्राणियों के लिये शरीर की सभी क्रियाओं के संचालन हेतु कार्य करता है। हमारे शरीर का 75 प्रतिशत भाग जल से मिलकर बना है। जल शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन प्रवाहित करने के साथ ही शरीर को स्वस्थ रखता है जोड़ों ह्ड्डियों को मजबूती प्रदान देता है। जल कृषि, उद्योग एंव परिवहन के लिये भी अतिआवश्यक है पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस जल, वायु, प्लास्टिक प्रदूषण एंव जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये मददगार साबित होता है।
वायु रक्त को करती है, शुदॄ:
वायु समस्त प्राणियों एंव पेड़ पौधों के जीवन में विशेष भूमिका निभाती है यह हमारे शरीर में पहुँच कर रक्त को शुदॄ करने का कार्य करती है। पर्यावरण और मानव जीवन को स्वस्थ रखने के लिये प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि शुदॄ वायु प्राप्त करने के लिये अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाये और जल वायु को प्लास्टिक एंव अपशिष्ट पदार्थो के प्रदूषण से मुक्त रखे ताकि पृथ्वी के समस्त प्राणी के स्वस्थ रह सके।
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