Ayodhya: 2031 से संबंधित प्रस्तावों की समीक्षा की… जिसमें उन्होंने कहा कि अयोध्या का विकास भव्यता, आस्था और आधुनिकता तीनों का समन्वित रूप होना होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस महायोजना का लक्ष्य अयोध्या को सुनियोजित, सुव्यवस्थित और सतत विकास के साथ आधात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करना है।
सीएम ने निर्देश दिए कि विकास कार्यों में अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान, धार्मिक गरिमा और पर्यावरणीय संतुलन को प्रथमिकता दी जाए।
क्या है अयोध्या के विकास के लिए महायोजना
बैठक के दौरान बताया गया कि महायोजना 2031 का उद्देश्य अयोध्या शहर को ग्लोबल स्पिरिचुअल और डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना है। योजना के तहत अयोध्या विकास क्षेत्र लगभग 18 जोनों में विभाजित किया संतुलित भूमि उपयोग सुनिश्चित किया गया है।
लगभग 11 लाख का जनसंख्या वाला अयोध्या शहर 20231 तक लगभग 24 लाख तक पहुंचने का अनुमान हैं। इसे ध्यान में रखाकर आवासीय टाउनशिप, भव्य प्रवेश द्वार और पार्किग की व्यवस्था इस महायोजना की हिस्सा हैं।
आगे सीएम योगी ने यह सभी परियोजनाएं अयोध्या को स्मार्ट, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाएंगी, अयोध्या विकास क्षेत्र में 159 निवेश परियोजनाओं से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
सुंदरीकरण का संगम हो अयोध्या
बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि केवल धार्मिक पर्यटन नहीं बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक द्दष्टि से भी प्रेकर उदारण बने। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया जाए। सरयू नदी के तटों और हरित पट्टियों का संरक्षण सुनिश्चित किया जाएं।
आगे सीएम ने कहा कि अयोध्या भारत की आत्मा का प्रतीक हैं। इसे ऐसे विकसित किया जाए कि यह आने वाली पीढि़यों के लिए आस्था और सुंदरीकरण का संगम बने।
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