पंचायत गर्ल खुशबू ने शेयर किया अपना दुख

पंचायत गर्ल खुशबू ने शेयर किया अपना दुख

पंचायत गर्ल ने कहा कि रंगत देखकर कभी आदिवासी तो कभी नौकरानियों के रोल मिले  

पंचायत गर्ल ने कहा कि रंगत देखकर कभी आदिवासी तो कभी नौकरानियों के रोल मिले  

पंचायत तृप्ति

पंचायत गर्ल ने कहा मैं 10 साल से ऑडिशन दे रही हूं लेकिन स्किन टोन की वजह से ज्यादा तर रिजेक्शन मिला 

पंचायत गर्ल ने कहा मैं 10 साल से ऑडिशन दे रही हूं लेकिन स्किन टोन की वजह से ज्यादा तर रिजेक्शन मिला 

आगे उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरी मां ने भी ये प्रॉब्लम झेली है। 

आगे उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरी मां ने भी ये प्रॉब्लम झेली है। 

तृप्ति ने आगे बताया कि ऑडिशन में भी यही होता था कि मेड,आदिवासी लड़कियों के रोल मिलते थें। 

तृप्ति ने आगे बताया कि ऑडिशन में भी यही होता था कि मेड,आदिवासी लड़कियों के रोल मिलते थें। 

तृप्ति ने आगे कहा कि आज के समय की प्रॉब्लम ये है कि लोग एक्सप्लोर नहीं करना चाहते अमीर लड़कियां गोरी हो ये जरूरी तो नहीं 

तृप्ति ने आगे कहा कि आज के समय की प्रॉब्लम ये है कि लोग एक्सप्लोर नहीं करना चाहते अमीर लड़कियां गोरी हो ये जरूरी तो नहीं