इन गीतो के बिना अधूरा है महापर्व, तो इस छठ पूजा जरूर सूनों इन लोकप्रिय गीतो को

इन गीतो के बिना अधूरा है महापर्व, तो इस छठ पूजा जरूर सूनों इन लोकप्रिय गीतो को

छठ पूजा का महापर्व बस आने ही वाला है। घाटों की सफाई से लेकर प्रसाद तैयार करने तक, हर जगह छठी मैया के गीत ही बजाएं जाते हैं।

छठ पूजा का महापर्व बस आने ही वाला है। घाटों की सफाई से लेकर प्रसाद तैयार करने तक, हर जगह छठी मैया के गीत ही बजाएं जाते हैं।

तो चलिए आपको बताते हैं उन गीतों के बारे में जिनके बिना यह त्योहार अधूरा सा लगता है।

तो चलिए आपको बताते हैं उन गीतों के बारे में जिनके बिना यह त्योहार अधूरा सा लगता है।

पहिले पहिल छठी मइया"  मां-बेटी के रिश्ते को दर्शाता यह गीत भावुकता से भरपूर है। 

पहिले पहिल छठी मइया"  मां-बेटी के रिश्ते को दर्शाता यह गीत भावुकता से भरपूर है। 

 "उठाऊ सूरज, भइले बिहान" सुनकर श्रद्धा और ऊर्जा का संचार होता है।

 "उठाऊ सूरज, भइले बिहान" सुनकर श्रद्धा और ऊर्जा का संचार होता है।

'हो दीनानाथ' यह गीत बाता हैं की आज से छठ महापर्व शुरू हो गया।

'हो दीनानाथ' यह गीत बाता हैं की आज से छठ महापर्व शुरू हो गया।

कांच ही बांस के बहंगिया यह गीत आस्था का सागर उमड़ पड़ा है। और हम कैसे भूल सकते हैं?

कांच ही बांस के बहंगिया यह गीत आस्था का सागर उमड़ पड़ा है। और हम कैसे भूल सकते हैं?

छठी मैया के ऊंची रे अररिया यह गीत आज छठ पर्व का पसंदीदा पारंपरिक गीत बन गया है।

छठी मैया के ऊंची रे अररिया यह गीत आज छठ पर्व का पसंदीदा पारंपरिक गीत बन गया है।

"तोहे भड़क भैया हो", जो छठ पर्व का पसंदीदा पारंपरिक गीत बन गया है, बल्कि भावनाओं, परंपराओं और संस्कृति के बारे में भी बाता है।

"तोहे भड़क भैया हो", जो छठ पर्व का पसंदीदा पारंपरिक गीत बन गया है, बल्कि भावनाओं, परंपराओं और संस्कृति के बारे में भी बाता है।