जानें कब हैं अहोई अष्टमी का शुभ मूहुर्त और पूजन समय
जानें कब हैं अहोई अष्टमी का शुभ मूहुर्त और पूजन समय
अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है।
अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है।
अहोई अष्टमी का व्रत महिलाएं संतान के लिए और संतान प्राप्ति के लिए रहती हैं।
अहोई अष्टमी का व्रत महिलाएं संतान के लिए और संतान प्राप्ति के लिए रहती हैं।
इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर को होगा। ये व्रत उत्तर भारत में अधिक मनाया जाता हैं।
इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर को होगा। ये व्रत उत्तर भारत में अधिक मनाया जाता हैं।
अहोई अष्टमी की शूरुआत 13 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से होगी और 14 अक्टूबर को सुबर 11 बजकर 9 मिनट तक रहेगी।
अहोई अष्टमी की शूरुआत 13 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से होगी और 14 अक्टूबर को सुबर 11 बजकर 9 मिनट तक रहेगी।
पूजा का शुभ मूहूर्त 13 अक्टूबर को शाम 6 बजे से शाम 7 बजकर 8 मिनट तक रहेगा ।
पूजा का शुभ मूहूर्त 13 अक्टूबर को शाम 6 बजे से शाम 7 बजकर 8 मिनट तक रहेगा ।
अहोई माता की पूजा शाम को होती हैं। इनका भोग खीर, पूरी, हलवा, मिठाई आदि से लगता हैं।
अहोई माता की पूजा शाम को होती हैं। इनका भोग खीर, पूरी, हलवा, मिठाई आदि से लगता हैं।