Waqf Bill: वक्फ कानून को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहें हैं, विपक्ष इस संशोधन से खुश नहीं दिख रहा है। तो वहीं आए दिन विपक्ष नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। वक्फ के विरोध में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एस एक्ट की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने केंन्द्र सरकार से जवाब मांगा है। इस मामले में कोर्ट ने ये भी कहा कि जब जवाब नहीं आता, केंद्रीय वक्फ परिषद और वक्फ बोर्डों में कोई नई नियुक्ति नहीं की जाएगी।
बता दें कि याचिका दायर करने के रेस में असदुद्दीन ओवैसी भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने ने भी वक्फ बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसके बाद AIMIM के अध्यक्ष ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश पर करीब से नजर रखी हुई है। वहीं ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार वक्फ को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, और ये कानून वक्फ की जमीन को तबाह करने के लिए लाया गया है।
जाने क्या कहा ओवैसी ने?-
एक इंटरव्यू के दौरान ओवैसी ने कहा कि हमारी पार्टी और (AIMPLB) यानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस काले कानून के खिलाफ खड़े है। वक्फ बिल मौलिक आधिकारों का उल्लंधन करता है। हम सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश की समीक्षा कर रहे हैं।
क्या कहा सलमान खुर्शीद ने?-
कांग्रेस पार्टी के नेता सलमान खुर्शीद ने अपने बयान पर कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में सभी दलीलें रखी गई हैं। आखिरी फैसला कोर्ट का होगा। अगर कानून लागू भी होता है तो एससी के पास इस कानून की समीक्षा का पूरा अधिकार है। अदालत जो भी फैसला करेगी मुझे मंजूर होगा।
हाल ही में मुख्य जीफ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस केव विश्वनाथ की तीन जजों की पीठ ने गुरुवार को वक्फ कानून की याचिका पर सुनवाई की थी।
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