Monday, October 27, 2025

UP News: आजम खान ने बसपा में शामिल होने की अपील? यह देखकर चौंके सपा समर्थक

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UP News: लखनऊ में बसपा की एक रैली के दौरान, आजम खान के नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी पर बसपा में शामिल होने की अपील की गई, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। सपा जिला अध्यक्ष ने इन आरोपों को एक शरारत बताया। आजम खान ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह “डाल पर बैठे पंछी” नहीं हैं और अखिलेश यादव के साथ उनका रिश्ता अटूट है। उन्होंने जेल में बिताए अपने समय को अपने जीवन का एक कठिन दौर बताया।

बसपा में शामिल होने की अपील

लखनऊ में एक रैली के दौरान, जब बसपा सुप्रीमो मायावती समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के खिलाफ बोल रही थीं, उसी दौरान सपा नेता आजम खान के नाम और डीपी का इस्तेमाल करते हुए एक फेसबुक आईडी पोस्ट की गई। आजम खान ने बसपा में शामिल होने की अपील की। ​​इस पोस्ट ने उनके समर्थकों को सकते में डाल दिया। हालांकि, सपा जिला अध्यक्ष ने इसे शरारत बताते हुए स्पष्ट किया कि यह पोस्ट आजम खान ने नहीं की थी।

बसपा में शामिल होने की अफवाहों

सपा नेता आजम खान के बसपा में शामिल होने की अफवाहों ने जोर पकड़ लिया। इस बीच, जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 8 अक्टूबर को आजम खान से मिलने रामपुर आने की घोषणा की, तो इन अफवाहों ने और जोर पकड़ लिया। अटकलें लगाई जा रही थीं कि आजम खान 9 अक्टूबर को लखनऊ में होने वाली बसपा की रैली में मायावती की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। शायद यही वजह है कि अखिलेश यादव उन्हें मनाने के लिए 8 अक्टूबर को रामपुर जाएंगे। जब इन अफवाहों ने जोर पकड़ा, तो आजम खान ने मीडिया के सामने यह कहकर इन अटकलों पर विराम लगा दिया कि वह बिकाऊ माल नहीं हैं।

किसी पार्टी में शामिल नहीं हैं आजम खान

आजम किसी और पार्टी में शामिल नहीं होने वाले हैं। इसके बावजूद, 9 अक्टूबर को लखनऊ में मायावती की रैली को लेकर कुछ लोग आजम खान पर नजर रखे हुए थे। हालांकि, आजम खान का लखनऊ जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था, न ही वह अपने घर से निकले। इसी बीच, किसी ने आजम खान के नाम से बनी एक फेसबुक आईडी से इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट प्रसारित कर दी। इस आईडी पर आजम खान की तस्वीर डीपी के तौर पर लगी थी। पोस्ट में लिखा था, “केवल बहन मायावती ही यूपी में भाजपा का राजनीतिक सफाया कर सकती हैं। मेरे समाज के लोगों, बसपा में शामिल हो जाओ। अगर तुम्हारे वोट यूपी में बसपा के मूल मतदाताओं के साथ मिल जाएं, तो भाजपा गायब हो जाएगी।” इस पोस्ट के प्रसारित होते ही आजम खान के समर्थकों में हड़कंप मच गया।

आजम खान ने बताया

मीडिया से बात करते हुए आज़म खान ने कहा, “हम कोई डाल पर बैठे पंछी नहीं हैं, कभी एक डाल पर, कभी दूसरी डाल पर।” अखिलेश के रामपुर दौरे के बारे में उन्होंने कहा, यह उनकी नैतिक ज़िम्मेदारी थी, और रिश्तों के प्रति मेरी ज़िम्मेदारी थी। उस परिवार से हमारा आधी सदी पुराना रिश्ता है। हमने उसे अपने खून-पसीने से सींचा है, चार सरकारें बनाई हैं। जब उनसे उनकी बातचीत के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यह हमारे और उनके बीच का मामला है, और इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।” जेल में बिताए समय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “यह मेरे जीवन का तीसरा दौर था। पहला 1975 से 1977 तक आपातकाल के दौरान था, उसके बाद 27 महीने, फिर 23 महीने। पहले इंसानियत जिंदा थी, अब हैवानियत भी जिंदा नहीं है।

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