Wednesday, September 3, 2025

The Art of Feng Shui: स्वास्थ्य ,धन और खुशहाली की चाबी

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The Art of Feng Shui: फ़ेंग शुई एक प्राचीन समय की चीनी परंपरा है, जिसका प्रयोग लोग आज भी अपने घर या ऑफिस बनवाते समय करते हैं। वैसे अगर भारतीय दृष्टिकोण से देखें तो, फ़ेंग शुई को चीन का वास्तु शास्त्र भी कहा जा सकता है। “फ़ेंग शुई” शब्द दो चीनी शब्दों से मिलकर बना है – फ़ेंग और शुई जिसका शाब्दिक अर्थ “हवा और पानी” है। इसका मूल भाव यह दर्शाता है कि जीवन में Energy का फ्लो ,हवा और पानी जैसा सहज एवं संतुलित होना चाहिए। फ़ेंग शुई को मुख्य रूप से चार भागों में बांटा हुआ है – ची (Chi), बागुआ (Bagua), फाइव एलिमेंट्स (Five Elements), और कमांडिंग पोज़िशन (Commanding Position)। आइए, इन्हें एक-एक कर समझते हैं।


ची (Chi)


फ़ेंग शुई में ची का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। ची का अर्थ है ऊर्जा या जीवन शक्ति। यह वह शक्ति है जो निर्जीव से लेकर सजीव तक हर चीज़ में पाई जाती है। यदि घर में ची का प्रवाह बाधित होता है, तो नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है और इसी कारण जीवन में तनाव, बीमारियां या अड़चनें आने लगती हैं।
फ़ेंग शुई टिप:
घर को हमेशा क्लटर-फ्री(clutter-free) रखें। यानी जो सामान लंबे समय से उपयोग में नहीं है या ज़रूरत का नहीं है, उसे किसी ज़रूरतमंद को दान कर दें या कबाड़ में बेच दें क्युकी साफ-सुथरा और खुला घर हमेशा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।


पांच तत्व (Five Elements)


संपूर्ण ब्रह्मांड पांच तत्वों – आग (Fire), जल (Water), वायु (Air), पृथ्वी (Earth) और धातु (Metal) – से मिलकर बना है। यदि घर में ये पांच तत्व असंतुलित होते है , तो घर-परिवार में छोटी-मोटी समस्याएं बनी रहती हैं। इसलिए फ़ेंग शुई में इन्हें संतुलित करना बेहद ज़रूरी माना गया है। इस में प्रत्येक तत्व एक रंग को दर्शाता है। इसलिए घर की सजावट और पेंटिंग में इन रंगों का सही प्रयोग करना , Energy ko संतुलित रखने में मदद करता है।
फ़ेंग शुई टिप:
कमरे के उपयोग के अनुसार रंगों का चयन करना चाहिए । जैसे बेडरूम के लिए –हल्के और न्यूट्रल रंगों का प्रयोग करना चाहिए ,लिविंग रूम के लिए – हरा और नीला रंग, जो ताजगी और नई ऊर्जा का प्रतीक होता हैं। साथ ही ,हर कमरे में प्राकृतिक रोशनी और ताज़ी हवा आने का source होना चाहिए।


बागुआ मैप (Bagua Map)


“बागुआ” एक चीनी शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ है- आठ क्षेत्र। यह घर को आठ हिस्सों में बाँटता है और प्रत्येक क्षेत्र किसी विशेष जीवन पक्ष को दर्शाता है, जैसे – ज्ञान, परिवार, धन, स्वास्थ्य, सहयोगी लोग, करियर, यश-प्रतिष्ठा और संतान। यदि हमें जीवन के इन सभी आठ क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखना है, तो हम बागुआ मैप की मदद से घर की संरचना में आवश्यक बदलाव कर संतुलन प्राप्त कर सकते हैं।
फ़ेंग शुई टिप:
धन और समृद्धि के लिए घर का किचन दक्षिण-पूर्व दिशा (Southeast) में होना चाहिए।
स्वास्थ्य के लिए घर का पूर्वी भाग (East) स्वच्छ और खुला होना चाहिए।


4. कमांडिंग पोज़िशन (Commanding Position)


कमांडिंग पोज़िशन का अर्थ है – घर की वह जगह जो मुख्य दरवाज़े से दूर हो और दरवाज़े की सीध में न आती हो। साथ ही बिस्तर, स्टोव और वर्क डेस्क जैसी महत्वपूर्ण चीज़ें सीधे दरवाज़े के सामने न रखें।। इन्हें ऐसी जगह रखें जहां से आप दरवाज़े को देख सकें, लेकिन दरवाज़े की सीध में न हों। इससे सुरक्षा और स्थिरता का अनुभव मिलता है।
फ़ेंग शुई टिप:
बिस्तर के पीछे मज़बूत दीवार होनी चाहिए ताकि स्थिरता और सुरक्षा की भावना बनी रहे।

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