Prickly Heat:मई का महीना शुरु हो गया है। गर्मी का तपिश बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में बच्चों को घमौरिया होने का खतरा अधिक रहता है। घमौरिया छोटा हो या बड़ा गर्मी के मौसम में किसी को भी हो जाती है ।
बच्चों में घमौरियों की समस्या बच्चों में अधिक होती है। ये प्रॉबल्म तब होती है जब आपकों अधिक पसीना आता हो या फिर गर्मी से बचने के साधन न हो। आइए जानते है घमौरियों से बचने के उपाए।
Prickly Heat तब होती है जब बच्चे की स्किन के पसीने वाली ग्रंथियां ब्लॉक हो जाती हैं। जिस कारण से पसीना बाहर नहीं आ पाता। स्किन पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने होते है। ये दाने खुजली का भी कारण बनती हैं।
जाने क्या है इसके लक्षण-
फेस, नेक, बैक में बच्चों के डायपर ऐरिया में भी लाल-लाल दाने, निकलते है इन दानों में जलन या फिर खुजली होती है, इन घमौरियों की वजह से बच्चे चिड़चिड़े हो जाते है साथ ही रोते भी है। घमौरिया तभी होती है जब बच्चे घूप में अधिक समय बिताते है। कई बच्चों के हल्के बुखार जैसी समस्या भी हो जाती है।
बचाव के तरीके-
बच्चों हो या बड़े गर्मियों के दिनों में जितना हो सके कॉटन के कपड़े पहने चाहिए। हल्के कपड़ों से बच्चों की स्किन को सांस लेने में मदद मिलती है। गर्मी से बच्चे को दूर रखने के लिए कूलर पंखा एसी का इस्तेमाल करें। सामान्य पानी से रोजआना नहलाएं। साबुन लगाएं। कुछ घंटों को लिए बच्चों को बिना डायपर के रखें, ताकि स्किन को आराम मिल सके।
कब जाएं डॉक्टर के पास
अगर आपके बच्चे की घमौरियां अधिक हो गई है और फुंसिया बन गई है साथ ही उनमे से मवाद निकलने लगे। या फिर बच्चे को तेज बुखार हो बच्चा बहुत ज्यादा रोए तो आप फौरन डॉक्टर के पास जाएं। और इलाज कराएं।
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