India-Japan Relations: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी आठवीं जापान यात्रा पर टोक्यो पहुंचे। उन्होंने भारत-जापान की 15वीं वार्षिक शिखर बैठक में हिस्सा लिया और रक्षा, तकनीक व सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अहम समझौते किए।
पारंपरिक राजस्थानी शैली में स्वागत

जापान पहुंचने पर उनका पारंपरिक राजस्थानी शैली में स्वागत किया गया। साथ ही इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। वही दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो में रह रहे भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया और कहा:
“टोक्यो में भारतीय समुदाय से मिली आत्मीयता और स्नेह से मैं गहराई से प्रभावित हूं। यहां रहने वाले भारतीय न केवल हमारी सांस्कृतिक जड़ों को संजोए हुए हैं, बल्कि जापानी समाज में भी सार्थक योगदान दे रहे हैं। यह वास्तव में सराहनीय है।”
व्यापार व तकनीक पर चर्चा
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो में आयोजित 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा से मुलाक़ात की और कहा “यह मुलाक़ात दोनों देशों के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को और मज़बूत करने पर केंद्रित है।” इसी के साथ दोनों नेताओं की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें व्यापार, अमेरिकी टैरिफ नीति, रूस-यूक्रेन युद्ध और क्षेत्रीय संगठनों को मज़बूत बनाने जैसे विषय शामिल थे। बैठक के दौरान दोनों देशों ने रक्षा, तकनीक, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने की इच्छा भी जताई।
जापान के उद्योगपतियों से मिले मोदी
सूत्रों के अनुसार, इस दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के शीर्ष उद्योगपतियों से भी भेंट की। व्यापारिक नेताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने “Come to India, Make for the World”(भारत आइए, और पूरी दुनिया के लिए निर्माण कीजिए) का नारा भी दिया। साथ ही इंडिया-जापान जॉइंट इकनोमिक फोरम में संभोदित करते हुए कहा “Japan’s excellence and India’s scale can create a perfect partnership…”.
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