Divorce: कहते है शादी की होना आसान है। और शादी निभाना बेहद मुश्किल। शादी के बाद लड़का-लड़की दोनों की जिंदगी बदल जाती है। जिंदगी का बदला अहम पड़ाव है जिसे सभाल पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। जिस कारण तलाक के केस सामने आ रहे हैं। आइए जानते है तलाक के केस क्यों बढ़ रहे है केस..
शादी निभाना या दबाव बर्दाश्त करना
शादी को सात जन्मों का बंधन समझा जाता था। लेकिन अब शादी को एक जन्म में भी निभाना मुश्किल होता जा रहा है। पहले के समय में शादी को तोड़ना इसलिए भी मुश्किल था क्योंकि उस समय महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं होती थी और न ही सेल्फ डिफेंड इस लिए रिश्ते को तोड़ना छोड़िएं मन में भी नहीं लाती थी। वहीं शायद अब महिलाओं के पास कई तरह की च्वॉइस है।
आत्मसम्मान चाहती है महिलाएं
अब महिलााएं पुरुषों के बराबर कदम से कदम मिलाकर चलती है। किसा भी क्षेत्र में महिलाएं पिछें नहीं है। शायद इसलिए भी महिलाएं आत्मसमान चाहती है साथ ही भावनात्मक जुड़ाव चाहती है साथ ही आपसी सहयोग की मांग कर रही हैं। अगर इन सभी में कमी महसूस करती है तो वो दूर चली जाती हैं।
अब महिलाएं तलाक लेने में शर्म महसूस नहीं करती बल्कि इसे वो स्पष्टता के रूप में देखती है। साथ ही उसे ये भविष्य के निर्णय के रुप में देखती हैं। अब महिलाएं समाज से बारे में कम और अपने जीवन के बारे में अधिक सोचती है।
वहीं अगर महिलाएं इनडिपेंड़ है और उन्हें अकेलापन महसूस होता है तो भी वह तलाक ले लेते है। उनकी ओर ध्यान नहीं दिया जाता है। वहीं कई बार महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है तब भी वह तलाक लेती है।
अब लोग ये कहते है कि न जाने समाज को क्या हो गया है जिससे विवाह सबंध कमजोर होते जा रहे है। लेकिन शायद सच्चाई ये है कि महिलाएं बदल गई हैं। अब की महिलाएं अपनी तरफ आकर्षण चाहती है साथ ही प्यार और सम्मान चाहती है।
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