Diabetes: 20 से लेकर 35 तक जिंदगी भागदौड़ भरी होती है लेकिन 35 की उम्र आते-आते हम जिंदगी में थोड़ा ठहराव महसूस करने लगते है। ऐसे में स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही भी आम हो जाती है। क्या आपने कभी गौर किया है कि पिछले कुछ समय से आपको बिना वजह थकान महसूस हो रही है? या फिर बार-बार पेशाब जाने की दिक्कत होने लगी है? तो ये संकेत हो सकते है डायबिटीज की शुरुआत के
Diabetes अचानक से होने वाली बीमारी नहीं है, यह धीरे-धीरे शरीर में घर बनाती है और जब तक इसके लक्षण साफ दिखाई देते हैं, 35 की उम्र के बाद शरीर में कुछ बदलाव ऐसे होते हैं, जिन्हें गंभीरता से लेना जरूरी है।
वॉशरूम जाना
रात में या फिर दिन में कई बार पेशाब के जाना पड़ता है तो यह डायबिटीज का सबसे पहला संकेत हो सकता है। वहीं ब्लड में शुगर की मात्रा ज्यादा होने पर शरीर उसे यूरिन के जरिए निकालने की कोशिश करता है।
प्यास लगना
वहीं पेशाब आने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, लगातार पानी पीने के बाद शरीर डिहाइड्रेटेड महसूस कर रहे हैं, तो सवधान हो जाइए।
थकान महसूस होना
काम करने के बाद ही अगर आपको कमजोरी या थकान महसूस होती है, तो ये भी ब्लड शुगर के असंतुलन का सकेंत हो सकता है। शरीर में एनर्जी नहीं पाती क्योंकि ग्लूकोज़ ठीक से इस्तेमाल नहीं होता।
रोशनी कमजोर होना
धुंधला दिखना या चस्में का नंबर बदल जाना इसके संकेत हो वहीं नजरअंदाज करने पर डायबिटिक रेटिनोपैथी हो सकते है। अगर छोटे-छोटे घाव जल्दी नहीं भरता है तो डायबिटीज की ओर इशारा करता है।
वजन कम होना
लगातार वजन कम होना या डाइट या एक्सरसाइज के अगर अचानक वजन कम हो रहा है, तो यह टाइप-1 डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। वहीं शरीर ग्लूकोज को प्रोसेस नहीं कर पाता है जिससे मांसपेशिया टूटने लगती हैं।
आज के समय में केवल उम्र दराज के लोगों को ही डायबिटीज नहीं होती है। बदलती लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के कारण यह 35 की उम्र में ही लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। अगर ऊपर दिए गए लक्षण आपको भी समझ आ रहे है। तो डॉक्टर की सहाल लें।
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