Ayodhya Deepotsav 2025: अयोध्या को नई ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर ले गया है। नौवें दीपोत्सव के दौरान रविवार को एक और नया विश्व रिकॉर्ड बना, जब 26 लाख 17 हजार 253 दीये जलाए गए। श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ और त्रेता युग की घटनाएं दोहराई गई। इस दौरान अयोध्या स्वर्ग जैसी सुंदर दिख रही थी। श्रीराम की नगरी न केवल लाखों दीयों से जगमगा उठी, बल्कि इस बार सरयू नदी के तट पर मां सरयू की भव्य आरती ने भी इतिहास रचा हैं।
CM योगी आदित्यनाथ किया पूजन एवं राज्याभिषेक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के राम कथा पार्क में श्रीराम और सीता की दिव्य प्रतिमाओं का पूजन एवं आरती की। इस अवसर पर उन्होंने श्रीराम की प्रतीकात्मक प्रतिमाओं का भव्य राज्याभिषेक कर धार्मिक आस्था एवं परंपरा को पुनर्जीवित किया।

दीपोत्सव की भावना और उद्देश्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में अयोध्या में दीपोत्सव आयोजित करने का निर्णय दुनिया को दीप जलाने के वास्तविक अर्थ और धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराने के लिए लिया गया था। हजारों वर्ष पूर्व, भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन का स्वागत दीप जलाकर किया गया था। वह परंपरा आज भी दीपोत्सव और दिवाली के रूप में जीवित है
बना नया विश्व रिकॉर्ड

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव समारोह के बाद, गोंडा जिले के सरयू पुल पर लगभग तीन मिनट तक हजारों पटाखे जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। यह समारोह पड़ोसी जिले अयोध्या में 26.17 लाख दीप जलाकर इस वर्ष नया विश्व रिकॉर्ड बनाए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिमोट कंट्रोल के जरिए आतिशबाजी का शुभारंभ किया। गोंडा जिले के सरयू पुल पर हजारों पटाखे जलाए गए। आतिशबाजी देखने के लिए हजारों लोग जमा हुए, लेकिन गोंडा-अयोध्या सीमा सील होने के कारण उन्हें सरयू पुल तक जाने की अनुमति नहीं दी गई। लोगों ने दूर से ही आतिशबाजी देखी।
भारी पुलिस बल थी तैनात

हर साल की तरह, अयोध्या में दीपोत्सव समारोह के बाद, गोंडा जिले में भी आतिशबाजी की गई। हालांकि, ऐसी आशंका है कि हजारों पटाखों से प्रदूषण बढ़ सकता है और अयोध्या की सीमा से लगे गांवों में सुबह धुंध छा सकती है। आतिशबाजी और दीपोत्सव के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। नवाबगंज समेत कई थानों की पुलिस बल तैनात थी। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल लगातार सीमा का निरीक्षण कर रहे थे। दीपोत्सव से 24 घंटे पहले गोंडा-अयोध्या सीमा सील कर दी गई थी और बिना पास के किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया गया। गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि, हर साल की तरह इस साल भी गोंडा सीमा पर आतिशबाजी की गई, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी।

