UP News: उत्तर प्रदेश के शाहपीर गेट मोहल्ले में नियमों को अनदेखी कर बनी पांच मंजिला इमारत एक तरफ झुक गई है। इससे आसपास के मकानों को खतरा पैदा हो गया है। अनहोनी की आशंका से पड़ोसियों ने नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आइए जानते हैं पूरी खबर…
मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत
सवाल यह है कि इतनी संकरी गली में इतनी ऊंची इमारत कैसे बन गई। प्रभावित लोगों ने अब मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। शाहपीर गेट के चौहट्टा निवासी यामीन का बेटा साकिब एसएसपी कार्यालय में मुलाजिम है। मुख्यमंत्री पोर्टल, एसएसपी और नगर निगम को दी गई शिकायत में उसने बताया कि नदीम उर्फ गुड्डू ने कई साल पहले उसके घर के सामने मकान बनवाया था। अब इस मकान का विस्तार कर पांच मंजिला इमारत बना दी गई है।
52 गज जमीन पर बना मकान
यह मकान 52 गज जमीन पर बना है। छोटे से भूखंड पर कई मंजिलें बनने के कारण मकान साकिब के मकान की ओर झुक गया है। साकिब का कहना है कि मकान के झुकने से कभी भी हादसा हो सकता है। अगर मकान उनके मकान पर गिर गया तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। आसपास के अन्य मकानों को भी नुकसान हो सकता है। आरोप है कि शिकायत के बावजूद नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन मामले का संज्ञान नहीं ले रहे हैं। अगर कोई हादसा होता है तो स्थानीय अधिकारी जिम्मेदार होंगे। अब पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
इस घर के पास रहने वाले सादाब हसन का कहना है कि नदीम का घर कभी भी किसी हादसे का कारण बन सकता है। वह बताते हैं कि 2018 में यह घर किसी और का था, लेकिन बाद में नदीम ने इसे खरीद लिया। उस समय तोड़फोड़ के दौरान उनके घर पर मलबा गिर गया, जिससे घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और ढह गया। इस हादसे में उनके भाई की मौत हो गई। उन्होंने उस समय पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। शाहपीर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और मकान मालिक को कड़ी चेतावनी दी।
सादाब का कहना है कि, संकरी गली में मकान की ऊंचाई ज़्यादा होने के कारण हादसा हो सकता है और कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं, मकान मालिक नदीम का कहना है कि शिकायत में मकान की ऊंचाई छह मंजिला बताई गई है, जबकि असल में यह चार मंजिला है। मकान नौ खंभों पर बनाया गया था। नदीम का दावा है कि उन्होंने नगर निगम और निजी इंजीनियरों से मकान का निरीक्षण करवाया है, जिन्होंने भी पुष्टि की है कि मकान को कोई खतरा नहीं है।
इस गली में हमेशा खेलते बच्चे
शाहपीर गेट निवासी साकिब का कहना है कि, उनकी गली बहुत संकरी है। उनके बच्चे हमेशा वहां खेलते हैं। अगर मकान गिर गया, तो बच्चों के साथ कोई भी हादसा हो सकता है। उन्होंने अपनी पिछली शिकायतों में भी इन बातों का जिक्र किया था, लेकिन अधिकारियों ने कोई ध्यान ही नहीं दिय।
आगे की कार्रवाई
नगर निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि शाहपीर गेट स्थित एक भवन स्वामी ने मकान गिरा दिया था। उसी समय, नगर निगम के मुख्य अभियंता से सूचना मिली थी। सुरक्षा कारणों से एक टीम भेजी गई थी। चूंकि विकास प्राधिकरण को भवन नियमन अधिनियम के तहत नवनिर्मित, निर्माणाधीन और नियोजित आवासीय भूखंडों, व्यावसायिक परिसरों और अन्य नवसृजित संपत्तियों के नियमन का अधिकार है, इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए मेडा सचिव को पत्र भेजा गया है।
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