Sunday, October 26, 2025

Ayodhya Dham 2025: अयोध्या की दिवाली: भक्ति, रोशनी और सांस्कृतिक धूम का संगम

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Ayodhya Dham 2025: वैसे तो हर त्यौहार अपने आप में खास होता है लेकिन अगर आप 2025 की दिवाली को कुछ अलग और यादगार बनाना चाहते हैं, तो श्रीराम की नगरी अयोध्या से बेहतर स्थान और कोई नहीं हो सकता। आइए जानते हैं अयोध्या के इतिहास, आकर्षण और इस साल की खासियत के बारे में।

अयोध्या का इतिहास ?

श्री राम जन्मभूमि,अयोध्या आज के समय में दुनियाभर में हिन्दुओं का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान बन चुका है इसलिए यहां हर साल 40 से 50 करोड़ लोग आया करते है। अयोध्या को प्राचीन समय में “साकेत”के नाम से जाना जाता था , जो खोसला साम्राज्य की राजधानी भी हुआ करती थी। यह नगरी सरयू नदी के तट पर बसी हुई है और भगवान श्रीराम की जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है।

इस साल क्या है खास?

2025 की दिवाली पर अयोध्या फिर से दिपों की रोशनी से जगमगाएगा क्योंकि इस दिवाली अयोध्या में 26 लाख दिये जलाएं जाएंगे साथ ही इस पवन पर्व पर 2100 श्रद्धालु महाआरती का हिस्सा भी बनेंगे। इसके अलावा इस भव्य उत्सव पर 3D होलोग्राफिक लेजर म्यूजिक, ड्रोन डांस शो, ग्रीन आतिशबाजी, हाइड्रोलिक स्क्रीन शो जैसे कई कार्यक्रम देखने को मिलेंगे साथ ही 100 से अधिक कल्चरल परफॉर्मेंस भी देखने को मिलेंगी। मंत्री जयवीर सिंह ने बताया की ” 2025 के दीपोत्सव में दिए जलाने के साथ महिला शशक्तिकरण और स्वच्छ भारत अभियान जैसे सामाजिक संदेशों का प्रसार भी किया जाएगा। इस उत्सव में कई विदेश मेहमान , सभी राज्यों और कल्चरल मिनिस्ट्री ,tourism मिनिस्ट्री के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।

अयोध्या में और क्या घूमे ?

हनुमान गढ़ी मंदिर : भगवान हनुमान को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर अयोध्या की सबसे ऊंची जगह पर स्थित है, जहां से पूरे शहर का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।
नागेश्वरनाथ मंदिर: यह शिव का मंदिर जो अपनी खूबसूरत कलाकृतियां आध्यात्मिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
सरयू घाट : यहां आप सरयू नदी के तट पर बैठकर शांत वातावरण और भक्ति का अद्भुत अनुभव उठा सकते है।
सूर्य स्तंभ :नाम से ही पता चल रहा होगा कि यह स्तंभ सूर्य देव को दर्शाते है साथ ही यह मार्ग राम जन्मभूमि मंदिर की ओर ले जाता है।
सीता की रसोई : हिन्दू परम्परा के अनुसार यह वही किचेन है जहां माता सीता स्वयं भगवान राम के लिए भोजन बनाती थी।
इसके अलावा अयोध्या में आयोजित होने वाले मेले और अन्य त्योहार जैसे – भारत मिलाप, राम नवमी, श्रवण झूला मेला आदि भी पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं।

कैसे पहुंचे अयोध्या

रेल मार्ग से: अयोध्या रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

सड़क मार्ग से: अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-27) से जुड़ी हुई है। उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और अन्य शहरों से नियमित रूप से चलती हैं।

हवाई मार्ग से: अयोध्या में अब महार्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा खुल चुका है, जहां दिल्ली, मुंबई और अन्य बड़े शहरों से सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।

अयोध्या घूमने का सबसे अच्छा समय

अयोध्या जाने का सबसे उत्तम समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। सर्दी के महीने में धार्मिक स्थलों का भ्रमण करना बेहद आसान व आनंददायक होता है।

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