Sunday, October 26, 2025

Shardiya Navratri 2025: कब हैं शारदीय नवरात्रि जानें, घटस्थापना की विधि

Share

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि को हिंदु धर्म में बहुत खास माना जाता हैं। यह पर्व मां दुर्गा का प्रतिक हैं। नवरात्रि हर साल चार बार मनाया जाता हैं जिसमें से दो नवरात्रि को प्रमुख माना जाता हैं। पहला चैत्र नवरात्रि और दुसरा शारदीय नवरात्रि। नवरात्र का मतलब होता है, नौ रातो का समय, इन नौ रातो में मां शक्ति के नौ रूपों की पुजा की जाती हैं। आइए जानतें है शारदीय नवरात्रि कब है और घटस्थापना की विधि…

कब है शारदीय नवरात्रि

यह नवरात्रि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि में प्रारंभ होती। जो 22 सितंबर को रात 02 बजे पर होगी और 2 अक्टूबर को विजयदशमी तक मनाया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि मां दुर्गा इस साल हाथी पर सवार होकर आईगी जो शुभ संकेत दे रही हैं। जहां चैत्र नवरात्रि 9 दिनो की होती हैं वहीं शारदीय नवरात्रि पूरे 10 दिनों के लिए मनाया जाता हैं।

नवरात्रि कैसे मनाई जाती हैं?

यहा नौ रातों और दस दिनों का पर्व हैं। जिससे इस पर्व की शुरूआत घटस्थापना से होती हैं। जिसमें मां के पहले रूप की पूजा की जाती हैं। भक्त नौ दिनों का उपवास रखते है और देवी दुर्गा के नौ रूपों की आह्वान करते हैं। पूरे भारत में नवरात्र अलग-अलग तरह से मनाई जाती हैं। जहां गुजरात में गरबा, डांडिया खेल कर मनाया जाता हैं। जो पूरी रात चलता हैं। वही ये पश्चिम बंगाल में बंगालियों का प्रमुख त्योहार हैं।

घटस्थापना की विधि

घटस्थापना के लिए सबसे पहले पूजा स्थान को अच्छे से साफ करके उस पर गंगाजल छिड़कें। फिर मिट्टी के एक पात्र में जौ बोएं। इसके बाद जल से भरा मिट्टी या तांबे का कलश लें, उसमे अक्षत, सुपारी, लौंग, सिक्का और कुछ फूल डालकर कलावा बांधे और कलश के मुख पर 5 आम के पत्ते रखें। उसके बाद उस पर ऊपर से लाल कपड़ा लपेट दें फिर नारियल रखें। अब इस कलश को जौ वाले पात्र पर स्थापित करें, घी का दीपक जला कर भगवान गणेश पूजन की पूजा करें फिर माता रानी के मंत्रो का जाप करते हुऐ आह्वान और पूजा करें।

ये भी पढ़े-Trimbakeshwar Temple: शिव का ऐसा मंदिर जहां विराजते है त्रिदेव, अजब है इसका रहस्य

और खबरें

ताजा खबर