Sunday, October 26, 2025

Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर्व पर जगमगा उठा, जे.के. और द्वारकाधीश

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janmashtami 2025: श्री कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक पर्व के साथ ही प्रेम, भक्ति और न्याय की विजय का भी प्रतीक है। यह हमे संघर्षो के बीच उम्मीद और धर्म की पुनर्स्थापना का संदेश भी देती है। 16 अगस्त दिन शनिवार को सम्पूर्ण देश में राधा कृष्ण के मंदिरों की रौनक देखने लायक थी। कानपुर शहर के प्रसिदिॄप्राप्त मंदिर भी रौशनी से जगमगा उठे। शहर का सबसे पुराना ख्याति प्राप्त जे.के. मंदिर भी सुप्रसिदॄ विख्यात मंदिरों में से है। यहाँ पर कृष्ण अवतार का दृश्य देखने के लिये भक्तगण शॉम से ही पलके बिछाये नजर आये।

सचिव श्री आशीष चौहान और सिंघानिया परिवार रहे मौजूदः-

जे.के. मंदिर ऐसा लग रहा था मानो 5000 वर्ष पूर्व कृष्ण का जन्म द्श्य हमारी आंखो के सामने पुर्नस्थापित हो गया हो। पूरा मंदिर रंग बिरंगें फूलों से सजा हुआ चारों तरफ रंगीन रौशनी का पहरा जैसे धरती पर ब्रह्मांड के दर्शन होने वाले है। सत्य तो है, श्री कृष्ण का जन्मोत्सव का यह दिन ब्रह्मांड दर्शन से कम नहीं है। मंदिर में स्थापित अर्दॄनारीश्वर, शिव प्रतिमा, विष्णु लक्ष्मी, हनुमान जी की प्रतिमायें ऐसी सुशोभित हो रही थी।

जैसे सभी श्री कृष्ण के जन्म की प्रतीक्षा कर रहे हो। उनके गुलाबी वस्त्र और श्रृंगार, रत्न जड़ित मुकुट, 64 कलाओं में निपूर्ण श्री कृष्ण की मुरली और सिर पर मोर पंख उनकी छवि की शोभा, सौन्दर्य से परे की सुन्दरता भक्तगणों को आनन्द का अनुभव करा रही थी।

धरती के साथ आकाश को भी रौशन किया

प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आतिशबाजी की गई जिसने धरती के साथ आकाश को भी रौशन किया। इसी तरह कानपुर शहर के कमला टावर में स्थित द्वारकाधीश मंदिर की छटा भी देखते बन रही थी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इस मंदिर में नन्हें से बाल रुप जैसे प्रतीत होने वाले राधा कृष्ण सुन्दर वस्त्रों, आभूषणों और मोर मुकुट से सजे ऐसे लग रहे थे मानों अर्न्तमन में समाहित हो गये हो।

इस अवसर पर शॉम के समय की आरती और पूजन सिंघानिया परिवार द्वारा सम्पन्न किया गया। जे.के. एंव द्वारकाधीश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जे.के. एंव जुहारी देवी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के सचिव श्री आशीष चौहान और सिंघानिया परिवार की उपस्थिति ने पावन पर्व पर चार चाँद लगा दिये।

बाललीलाओं पर अधारित  नृत्य, गीतों से मंदिर प्रागंण गीतम

जे.के. मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम में 15 अगस्त को देवकी वासुदेव विवाह और भविष्यवाणी पर कार्यक्रम आयोजित किया गये। इसमें देवकी वासुदेव विवाह धूमधाम से होने के बाद कंश ने जब यह भविष्यवाणी सुनी कि देवकी वासुदेव की आठवीं सन्तान उसका सर्वनाश करेगी तो कंश ने सैनिकों से कहकर दोनों को कारागार में डलवा दिया।

वहीं 16 अगस्त को श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर कृष्ण की नटखट बाललीलाओं पर अधारित नृत्य और गीतों ने मंदिर प्रागंण को गीतमय बना दिया। 21 अगस्त तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में 17 अगस्त को पूतना वध, वाकासुर वध, आघासुर वध 18 अगस्त को महारास, 19 अगस्त गोवर्धन पर्वत एक्ट, कंश वध के साथ कृष्ण का राज्यभिषेक होगा। 20 अगस्त कृष्ण रुकमणि विवाह, कृष्ण सुदामा एक्ट और द्रौपदी चीरहरण, श्री कृष्ण विराट रुप के दर्शन एंव गीता उपदेश के साथ 21 अगस्त को जे.के. मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2025 के कार्यक्रमों का समापन होगा।

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Preeti Rathore
Preeti Rathore
मैंने सी.एस.जे.एम. वि.वि. से MJMC, LLb, B.Ed, M.Sc (Zoology), M.A (Hindi, Economics, Political Science), "O" Level, CCC Computer Course एंव राजर्षि टण्डन वि.वि.से PGDMM की डिग्री प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त हिन्दुस्तान प्रेस, K.TV, में ट्रेनी पत्रकार एंव डिग्री कॉलेज और एनजीओ मे पत्रकारिता शिक्षक के रुप में कार्य किया है।

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